इंसान की जिंदगी में सुख-दुख सिक्के के दो पहलू होते हैं। व्यक्ति जीवन भर इनका अनुभव करता रहता है। वैसे सुख और दुख व्यक्ति को अच्छे या बुरे दिनों का अनुभव कराते हैं। इस समय में व्यक्ति बहुत ही व्यकुल रहता है। यहाँ एक ऐसी चुनौती खड़ी हो जाती है कि सही निर्णय लेना भी व्यक्ति के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। जो व्यक्ति इन परिस्थितियों का सामना कर लेता है वह जीवन में काफी मजबूती से बना रहता है। अक्सर कई बार व्यक्ति जाने अनजाने में गलत निर्णय ले बैठता है। यह निर्णय उसकी ज़िंदगी पर भारी पड़ता है। हो सकता है उसको पूरी जिंदगी पछताना भी पड़े।
ज्योतिष शास्त्र में गलत निर्णय लेने के पीछे काफी बातें शामिल हैं। कई बार परिस्थितियाँ ऐसी आ जाती है कि व्यक्ति गलत फैसले ले लेता है। उसे उनका ज्ञान नहीं होता कि क्या सही है या गलत। इंसान को जीवन में सफलता पाने के लिए सही कदम उठाना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए पहले गहनता से सोच-विचार करना चाहिए। व्यक्ति के जीवन में जन्मकुंडली काफी महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। जन्म कुंडली के विभिन्न भावों में स्थित ग्रह जीवन को प्रभावित करते हैं। आज हम जानेंगे ज्योतिष अनुसार व्यक्ति गलत निर्णय क्यों लेता है? इनसे कैसे बचा जा सकता है?
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ज्योतिष शास्त्र का क्या महत्व है
व्यक्ति के जीवन में ज्योतिष शास्त्र का काफी महत्व भूमिका निभाता है। इसी के आधार पर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी भविष्यवाणियां की जाती है। कई बार परिस्थितियो को हल न करने की वजह से व्यक्ति गलत निर्णय ले लेते हैं। जो इसके जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है। ज्योतिष शास्त्र में इस समस्या का समाधान बताया गया है। कई बार ग्रह दशाओं के कारण भी व्यक्ति के जीवन में परेशानीयां उत्पन्न होती है। इस स्थिति में व्यक्ति अपनी बुद्धि का इस्तेमाल सही ढंग से नहीं कर पाता। जो गलत निर्णय की तरफ चला जाता है।
आखिर क्या है गलत निर्णय लेने के कारण
- सफलता के लिए समय पर सही निर्णय लेना बेहद जरूरी होता है। इसके अलावा सफलता और असफलता में निर्णय लेने की कुशलता का बड़ा महत्व होता है।
- जिन लोगों की कुंडली का मुख्य ग्रह कमजोर होता है, वह लोग गलत निर्णय लेते हैं।
- अन्य कारक जिनका चंद्रमा खराब होता है, वो भी अपने जीवन में सही निर्णय नहीं ले पाते।
- चंद्रमा खराब होने पर अक्सर दूसरों की सलाह भी झूठी या गलत लगने लगती है।
- चंद्रमा खराब होने की स्थिति में व्यक्ति बड़े निर्णय लेने में काफी तनाव महसूस करते है।
- इसी के साथ चंद्रमा खराब होने पर व्यक्ति अपने जीवनसाथी की सलाह पर भी विश्वास नही करता।
- चंद्रमा की इस स्थिति में व्यक्ति अक्सर बिना किसी जरूरत के अपने निर्णय बदलते रहते है। ऐसे लोगों के निर्णय लेने की क्षमता में आत्मबल की कमी आ जाती है।
गलत निर्णय लेने में रेखाओं का महत्व
- अगर किसी व्यक्ति की हथेली की बजाय उंगलियां छोटी हो? तो वह व्यक्ति गलत निर्णय लेता है।
- व्यक्ति की उंगलियां, हथेलियों की बजाय ज्यादा बड़ी हो! तब भी व्यक्ति गलत निर्णय लेता है।
- अगर अंगूठा छोटा हो, तब भी ज्यादातर निर्णय गलत सिद्ध होते है।
- यदि अंगूठा आगे की ओर झुका रहता है, तो भी निर्णय गलत होते हैं।
- अगर आपकी उंगलियां पतली हो और आगे की तरफ झुकी हो? तब भी व्यक्ति निर्णय लेने में सक्षम नहीं होता।
- साथ ही यदि बृहस्पति की उंगली से सूर्य की उंगली छोटी हो, तो जातक में निर्णय लेने का साहस नहीं होता।
क्या है इसके ज्योतिष उपाय
- जिनका बृहस्पति या चंद्रमा मजबूत हैं, उनसे सलाह लेकर निर्णय लेने से लाभ होता है।
- ध्यान करने से भी निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है।
- जब भी आप दुविधा में हो? तो उत्तर-पूर्व दिशा के मध्य की ओर मुंह करके ऊं का जाप करें।
- ईश्वर को आराध्य मानकर आत्मबल से निर्णय ले।
- अगर कोई बड़ा निर्णय लेना हो, तो अपने गुरु की शरण में जाएं।
- निर्णय लेने में हिचकिचाहट आती है, तो मौन रखना चाहिए।
- कोई भी निर्णय लेते समय मन को शांत रखना चाहिए।
- क्रोध और धैर्यहीनता की स्थिति में निर्णय नही लेना चाहिए।
- मेष, मिथुन, कन्या, और मीन लग्न में बड़ा निर्णय लेना ठीक नहीं है।
- बड़ा निर्णय वृषभ, सिंह और वृश्चिक लग्न में लेना बेहतर होता है।