इंसान का मन बहुत कोमल होता है। उसको जो दिशा दिखाओगे वही चला जाता है। क्योंकि मन से ही इंसान के व्यक्तित्व का निर्माण होता है। मन ही मनुष्य को मुक्ति और बंधन का रास्ता दिखाता है। मनुष्य का मन उसको कई बंधनों में बांध देता है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति अपने मन पर काबू पा लेता है! वह मृत्यु के पश्चात् मोक्ष और भगवान को प्राप्त कर लेता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति का मन कई बार विचलित हो जाता है। इसके कारण वो बहुत सी परेशानियों से ग्रस्त हो जाता है। इंसान की जिंदगी में बहुत चुनौतियां होती है। यह भी एक कारन हो सकता है कि उसका मन विचलित रहता है। इंसान के लिए अपने मन को नियंत्रण में रखना बेहद जरूरी होता है।
कभी-कभी मन का बेचैन होना, भटकना इत्यादि के लिए कुछ ग्रह भी जिम्मेदार हो सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार ग्रह दशा सही ना होने के कारण भी मनुष्य का मन इधर-उधर भटकता है। हमारे ब्रह्मांड में मौजूद सभी ग्रह व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव डालते हैं। इन्हीं के प्रभाव के कारण व्यक्ति जीवन में सुख-दुख का अनुभव करता है। चलिए जानते हैं कि ज्योतिष के अनुसार अपने मन पर काबू कैसे पा सकते हैं-
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ज्योतिष शास्त्र और मन का प्रभाव
इंसान का मन को चंचल कहा जाता है। यही कारण है कि वो एक जगह नहीं टिकता। लेकिन आप भटकते मन को ज्योतिष उपायों की सहायता से नियंत्रण में ला सकते हैं। हमारे सभी ग्रह अपने अलग-अलग व्यवहार के लिए जाने जाते है। इनमे चंद्रमा को मन का कारक ग्रह माना जाता है। जब चंद्रमा परिवर्तन करता है! तो इसका प्रभाव व्यक्ति के मस्तिष्क और मन पर भी पड़ता है।
चंद्रमा को मां के कारक से भी जाना जाता है। जब किसी कुंडली में चंद्रमा उच्च होता है! तो व्यक्ति अपनी माता का अधिक प्यार पाता है। वही विपरीत स्थिति में चंद्र ग्रह की दशा सही न होने पर माता का प्यार नहीं मिलता। इसीलिए व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति बहुत मायने रखती हैं।
किन ग्रहों के कारण व्यक्ति मन पर काबू नहीं कर पाते
- जल राशि के लोगों का मन बहुत ही चंचल होता है। इस राशी के लोग बहुत ही संवेदनशील होते हैं।
- बुध ग्रह भी व्यक्ति के मन को बहुत प्रभावित करता है।
- कर्क, वृश्चिक और मीन राशि भी मन से संबंध रखती है।
- व्यक्ति की कुंडली का चौथा और पांचवा भाव भी मन से संबंध रखता है।
- कभी-कभी तिथियों और नक्षत्रों का असर भी मन पर पड़ता है।
- जब व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा या बुध कमजोर होता है! तब मन स्थिर नहीं होता।
- अगर चंद्रमा उच्च राशि में रहता है? तो व्यक्ति का मन काफी क्रियाशील रहता है।
- केंद्र में बैठे ग्रह भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। यदि कुंडली का केंद्र स्थान खाली होता है? तो जीवन में ऊर्जा आती जाती रहती है।
- वहीं खान-पान के कारण भी कई बार मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- नींद से जुड़ी समस्याओं में भी मानसिक स्थिति सही नहीं होती।
हाथ की रेखाओं का महत्व
हाथ की रेखाएं भी इसमें महत्वपूर्ण होती है। अगर हाथ में बहुत-सी रेखाओं का जाल हो या कई रेखा एक दूसरे को काट रही हो? तो भी मन में कई तरह की शंकाएं, चिंताएं उत्पन्न होती हैं। इस तरह के लोग बहुत ज्यादा सोचते हैं और चिंतित रहते है। हमेशा नकारात्मक विचार आते रहते है। ऐसे में मन काफी ज्यादा प्रभावित हो जाता है। नकारात्मक विचारों के बारे में सोचना इंसान को गलत बुद्धि देता है। इसके कारण वो उलटे-सीधे निर्णय लेते रहते है। यही उसके जीवन को बर्बाद कर देता है।
मन को शांत करने के उपाय
- मन पर काबू पाने के लिए नियमित रूप से सूर्य देव को जल दें।
- सुबह और शाम गायत्री मंत्र का उच्चारण जरूर करना चाहिए। कम से कम 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें।
- अपने दैनिक अहार में सादा भोजन का इस्तेमाल करें।
- एकादशी का व्रत भी बहुत लाभदायक रहता है।
- किसी अनुभवी व प्रशिक्षित ज्योतिष की सलाह से मोती या रत्न धारण कर सकते है।
- सोने से पहले कुछ समय के लिए भगवान को याद करें।